Gayatri Mantra ka Arth in Hindi - Gayatri Mantra ka Mahatva
Read about Gayatri Mantra ka Mahatav or Gayatri Mantra ka Arth in hindi. Here given some line on Hindi meaning of Gayatri Mantra in. गायत्री मंत्र का महत्व औऱ अर्थ नीचे हिंदी में दिया जा रहा हैं।
गायत्री मंत्र में हमारे सम्पूर्ण वेदों एवं उपनिषदों का सार निहित हैं इसमे चौबीस अक्षर हैं, यह मंत्र इस प्रकार से हैं
ऊँभूर्भुभवः स्वःतत् सवितुर्वरेण्यं भर्गो
देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्
इस मंत्र में परम पिता परमेश्वर से प्रार्थना की गई हैं कि तीनों लोकों में परिव्यापत परमेश्वर ( सूर्य ) ,जिनके प्रकाश से तीनों लोक प्रकाशित हैं, हमारी बुद्धि को स्थिर ,शान्त एवं शुभ कार्यो के लिए प्रेरित करें। इस गायत्री मंत्र की उपासना का हमारे देश मे बहुत अधिक महत्व हैं।
गायत्री मंत्र में हमारे सम्पूर्ण वेदों एवं उपनिषदों का सार निहित हैं इसमे चौबीस अक्षर हैं, यह मंत्र इस प्रकार से हैं
ऊँभूर्भुभवः स्वःतत् सवितुर्वरेण्यं भर्गो
देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्
इस मंत्र में परम पिता परमेश्वर से प्रार्थना की गई हैं कि तीनों लोकों में परिव्यापत परमेश्वर ( सूर्य ) ,जिनके प्रकाश से तीनों लोक प्रकाशित हैं, हमारी बुद्धि को स्थिर ,शान्त एवं शुभ कार्यो के लिए प्रेरित करें। इस गायत्री मंत्र की उपासना का हमारे देश मे बहुत अधिक महत्व हैं।