Friday, February 24, 2017
Jawaharlal Nehru ka jivan parichay(जवाहर लाल नेहरू का जीवन परिचय ) in hindi
Read about the eassy on Jawahar Lal Nehru.Here given some line about Jawahar Lal Nehru.
जवाहर लाल नेहरू पर निंबध नीचे हिंदी मे दिया जा रहा हैं।
भारत के स्वाधीनता सेनानी एवं प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर1889 ,उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद नामक नगर मे हुआ था।
इनके पिता जी का नाम मोतीलाल नेहरू और इनकी माता का नाम स्वरूप रानी था। इनका जन्म एक संपन्न परिवार मे हुआ था।इनकी शिक्षा पूरी करने के लिए सभी सुख सुविधाओं का ध्यान रखा गया।आरंभ मे ब्रुक्स नामक शिक्षक ने ही जवाहर के शैक्षिक विकास मे अपना योगदान दिया। 1905 मे इनका दाखिला लंदन के प्रसिद्ध विध्यालय मे हुआ।
1907 मे इनका दाखिला कैंब्रिज महाविद्यालय मे करा दिया गया। कैंब्रिज की शिक्षा पूरी करने के बाद इन्होंने वकालत की पढाई भी की।कुछ समय तक इन्होने वकालत भी की।
1916 मे पहली बार इनकी भेंट महात्मा गांधी जी से हुई।जवाहर लाल जी भी इनके साथ स्वतंत्रता आन्दोलन मे कूद पडे़।
1947 मे भारत स्वतंत्र होने के बाद ये भारत के प्रथम प्रधानमंत्री बने।भारत निर्माण मे इनकी अहम भूमिका रही। इन्होंने ही पंचवर्षीय योजनाओ का शुभारंभ किया।
इन्हें खेल कूद व सांस्कृतिक गतिविधियों मे भी रुचि थी।इन्होंने' भारत की खोज ' विश्व इतिहास की झलक ' औऱ ' पिता के पत्र पुत्री के नाम ' जैसी पुस्तकों की रचना की।
सन् 1995 मे जवाहर लाल को ' भारत रत्न ' से सम्मानित किया गया।
27 मई ,1964 मे इनका निधन हो गया।
इन्हें विश्व शांति दूत औऱ आधुनिक भारत के निर्माण कर्ता के रूप मे यह दुनिया सदैव याद रखेगी।
Saturday, February 18, 2017
States and its Language in Hindi - राज्य व उनकी भाषा व बोलियाँ
Read about the state and its language. Here given some knowledge about states with their language.
यहाँ राज्य व उनकी भाषाओं की जानकारी हिंदी मे दी जा रही हैं।
State Language
असम असमिया
मेघालय बंगला, असमिया
पं0बंगाल बंगला
बिहार हिन्दी
उत्तर प्रदेश हिंदी
पंजाब पंजाबी
हरियाणा हिंदी
हिमाचल प्रदेश हिंदी
जम्मू कश्मीर डोगरी,हिंदी, लद्दाखी
राजस्थान राजस्थानी,हिंदी
मध्य प्रदेश हिंदी
उडी़सा उडिया
आन्ध्र प्रदेश तेलगू
तमिलनाडु तमिल
कर्नाटक कन्नड़
केरल मलयालम
महाराष्ट्र मराठी
गुजरात गुजराती
नागालैंड सेमा
मणिपुर मणिपुरी
त्रिपुरा मणिपुरी,बंगला,हिंदी
सिक्किम बंगला, नेपाली,भूटिया
मिजोरम मिजो
अरूणांचल मोनपा,हिंदी
गोआ मराठी,कोंकणी
झारखंड हिंदी
उत्तराखंड हिंदी
छत्तीसगढ़ हिंदी
List of States and Its Capital in Hindi - राज्य व राज्य की राजधानी
Read about the state and its capital. Here given some knowledge of states with their capital.
यहाँ राज्य व उनकी राजधानी की जानकारी हिंदी मे दी जा रही हैं।
State Capital
असम दिसपुर
मेघालय शिलांग
पं0 बंगाल कोलकाता
बिहार पटना
उत्तर प्रदेश लखनऊ
पंजाब चण्डीगढ़
हरियाणा चण्डीगढ़
जम्मू कश्मीर श्री नगर
राजस्थान जयपुर
मध्य प्रदेश भोपाल
उडी़सा भूवनेश्वर
आन्ध्र प्रदेश हैदराबाद
तमिलनाडु चेन्नई
कर्नाटक. बंगलौर
केरल तिरूअनन्तपुरम
महाराष्ट्र मुम्बई
गुजरात गान्धीनगर
नागालैंड कोहिमा
मणिपुर इम्फाल
त्रिपुरा अगरतला
सिक्किम गंगटोक
मिजोरम ऐजल
अरूणांचल प्रदेश इटानगर
गोआ पणजी
झारखंड रांची
उत्तराखंड देहरादून
छत्तीसगढ़ रायपुर
Eassy on Dr. C. V. Raman in hindi - डा. सी. वी रमन पर निबंध
Read about the eassy on Dr. C V Raman. Here given some line on Dr. C V Raman for educational purpose.
डा. सी वी के जीवन पर संक्षिप्त निबंध हिंदी मे दिया जा रहा है।
चंद्रशेखर वेंकट रमन का जन्म 7 नवंबर,1888 को तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली के एक छोटे से गांव थिरुवनैक्कवल मे हुआ था।इनकी माता का नाम पार्वती अम्मल औऱ इनके पिता का नाम आर.चन्द्रशेखर अय्यर था। इनके पिता गणित एवं विज्ञान के अध्यापक थे।इनके व्यक्तिव पर इनके पिता की अमिट छाप दिखाई देती है।
बचपन मे इन्होंने श्रीमान आयंगर से अंग्रेजी सीखी। 11वर्ष की उम्र मे ही इन्होंने दसवीं की परीक्षा पास कर ली। सन् 1901 मे अवर स्नातक की परीक्षा पास की।ये असाधारण प्रतिभा के धनी थे।कम उम्र मे ही इन्होंने अपनी शिक्षा पूरी कर ली।
रमन का जीवन सादगी एंव सरलता से परिपूर्ण था।इनकी पत्नी का नाम लोकसुंदरी था। सन् 1906 मे रमन ने एम.एससी.की परीक्षा उत्तीर्ण की।इसके पश्चात इन्हें वित्त विभाग मे लेखाकार की नौकरी प्राप्त हुई।किन्तु रमन सरकारी सेवा करते रहने से संतुष्ट नहीं थे।वे तो विज्ञान के क्षेत्र मे परचम लहराना चाहते थे।
सन् 1922 मे रमन ने ' प्रकाश का आणविक विकिरण 'नामक मोनोग्राफ का प्रकाशन किया।
सन् 1927 मे रमन वाल्टेयर गए।वहाँ इन्होंने ' क्रांपटन प्रभाव ' पर एक लेख लिखा। जिस तरह' क्रांपटन प्रभाव' का अस्तित्व हैं, उसी तरह प्रकाशकीय तत्व का भी अस्तित्व हैं।28 फरवरी,1928 को इनका अनुसंधान का काम पूरा किया।इन्होंने उसे 'रमन प्रभाव' का नाम दिया।'रमन प्रभाव' की खोज रमन के जीवन की सबसे बडी सफलता थी।
सन् 1930 मे रमन को नोबल पुरस्कार प्रदान किया गया।
सन् 1933 मे रमन भारतीय विज्ञान संस्थान के प्रथम भारतीय निदेशक बने।
रमन ने ' प्रकाशिकी गुण' एवं 'एक्स रे स्थलाकृति' तथा'प्रकीर्णन 'जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर अनुसंधान के लिए चयन किया गया था।विज्ञान के क्षेत्र मे भारत को श्रेष्ठ बनाने के लिए देश के युवाओं मे विज्ञान के प्रति रुचि जाग्रत करने के लिए अनेक प्रेरक काम किए।
21 नवंबर,1970 मे विज्ञान जगत की महान हस्ती का इस संसार से विदा हो गया।
Subscribe to:
Posts (Atom)