Thursday, November 24, 2016

Jachcha Geet (Sita Thadi Pachhtave) in hindi - सीता ठाडी पछतावे


Read about the jachch in hindi. Here given some line of jachch.

'सीता ठाडी़ पछतावे' नामक जच्चा की पंक्तिया हिंदी मे दी जा रही हैं।





*सीता ठाडी़ पछतावे*

सीता ठाडी़ पछतावे लव कुश वन मे हुए।

जा वन मे कोई दाई न आवे ।

जा वन मे कोई सासुल न आवे।

ललना लेती जनवाय लव कुश वन मे हुए।

चरूये लेती चढ़वाय लव कुश वन मे हुए।

सीता..............................

( इसी तरह सब के नाम लेते जाये)

Bhagini Nivedita ka Eassy in Hindi - भगिनी निवेदिता का निबंध


Read about the eassy on Bhagini Nivedita.Here given some knowledge for educational purpose about Bhagini Nivedita.
भगिनी निवेदिता पर निबंध, व उनका जीवन परिचय हिंदी मे दिया जा रहा हैं।




निवेदिता का अर्थ है--- ईश्वर को समर्पित।

भगिनी निवेदिता का बचपन का नाम मारगेट था।इनका जन्म 28 अक्टूबर, उत्तर आयरलैंड के टायरोन प्रान्त के डन्गानान नामक एक छोटे से उपनगर मे हुआ था।इनके पिता का नाम सेम्युअल नोबल तथा माता का नाम मेरी हैमिल्टन था।
1884 मे इन्होंने अपनी शिक्षा पूरी कर ली औऱ केसि्वक के एक स्कूल मे शिक्षिका के रुप मे कार्य करने लगी।
1893 मे स्वामी विवेकानंद जी ने शिकागो मे आयोजित सर्वधर्म सम्मेलन मे अपना प्रेरणादायक भाषण देकर करोड़ों अमेरिकन नागरिकों का दिल जीत लिया था।अपने प्रवचन के बीच स्वामी ने कहा-- आज संसार को ऐसे बीस पुरुषों तथा बीस महिलाओं की जरूरत है,जो जनसेवा के लिए अपने आप को समर्पित कर दे। स्वामी जी की प्रेरणा पर मारगेट ने अपना जीवन स्वामी जी को सौंप दिया।
28 जनवरी 1898 को मारगेट भारत आई।
स्वामी रामकृष्ण परमहंस ने मारगेट का नाम बदलकर 'निवेदिता' रख दिया।
13जनवरी 1898को एक छोटी सी किराये की कुटिया मे निवेदिता ने एक छोटी सी पाठशाला आरंभ की।
वह घर-घर जाती तथा लोगो को अपने बच्चों ,विशेषकर लडकियों को शिक्षित करने के लिए समझाती।
मार्च 1899 मे कलकत्ता मे भयंकर प्लेग की बीमारी फैल गयी। पूरे30 दिनों तक वह सेवा कार्य मे जुटी रहीं।
1902 ,2जुलाई को विवेकानंद जी से उनकी बेलुर मठ मे अंतिम भेट हुई।
1903 मे उनकी पुस्तक 'वेब आफ इडिंयन लाइफ' का प्रकाशन हुआ।
1905मे बंगाल मे स्वदेशी आन्दोलन शुरू हो गया ।निवेदिता ने स्वतंत्रता आन्दोलन मे बढचढकर हिस्सा लिया।
1911, 13अक्टूबर को दार्जिलिंग मे इनका देहांत हो गया।

Tuesday, November 22, 2016

Importance of Ramnavmi in Hindi - राम नवमी का महत्व


Read about the importance of Ram Navami. Here given some line about Ram Navami.
राम नवमी का महत्व नीचे हिंदी मे दिया जा रह हैं।


चैत्र शुक्ल की नवमी तिथि को पुनर्वसु नक्षत्र व कर्क लगन मे कौशल्या की कोख से भगवान श्री राम का जन्म हुआ था।यह दिन पुण्य त्योहार के रुप मे मनाया जाता हैं।इस दिन पुण्य सलिल सरयु नदी मे स्नान करके के पुण्य लाभ कमाते हैं।

डोला माछर मारीये - Ratjage ka Subah ka geet, Machhar in Hindi


Read about the ratjage ka geet .Here given some line of marriage song 'Dola Machhar Mariye'.

विवाह मे सुबह के समय गाया जाना वाला गीत माछर की पंक्तियाँ दी जा रही हैं।







* माछर *

माछर मारो मालुये जाकी धमक भयी है अजमेर,

डोला माछर मारीये।

जा माछर की खाल को राधा कृष्ण को सिंगार होय,

डोला माछर मारीये।

जा माछर की खाल को अऊत प्रेतन कू सती सुहागिल कू चुँदरी होये,

डोला माछर मारीये।

जा माछर की खाल को दई देवतन कू बागो होय,

डोला माछर मारीये।

जा माछर की खाल को दादा ताऊ चाचन कू कुरता होय,

डोला माछर मारीये।

जा माछर की खाल की दादी ताई चाचीन कू चूँदरी होये,

डोला माछर मारीये।

जा माछर की खाल की सवासीन कू टोपी होये,

डोला माछर मारीये।

जा माछर की खाल की भातयीन कू लंगोटी होये,

डोला माछर मारीये।

Eknath Rande Par Nibandh in Hindi - एकनाथ रानडे पर निबंध, व जीवन परिचय


Read about the jivani of Eksath Rande .Here given some knowledge about Eksath Rande for educational purpose.
एकनाथ रानडे का जीवन परिचय हिंदी मे दिया जा रहा हैं।


एकनाथ रानडे का जन्म 19 नवंबर 1914 को अमरावती जिले के टिटिला नामक गांव मे हुआ था। गांव मे स्कूल न होने के कारण उनकी शिक्षा उनके बडे भाई के घर नागपुर मे हुई। वहीं इनका संघ से परिचय हुआ। 1936 मे शिक्षा पूरी करने के बाद वे प्रचारक के रूप मे मध्य प्रदेश मे गये। एक नाथ रानडे जी ने निर्वासित हिन्दू बन्धुऔ का पुनर्वसन करने के लिए संघ ने कलकत्ता मे "वास्तुहारा सहायता समिति" की स्थापना की।

संघ के कार्यवाह के नाते काम करते समय विवेकानंद शताब्दी महोत्सव का अवसर आया। केरल मे प्रसिद्ध समाज सेवी व नायर समुदाय के नेता श्री मन्नथ पदमनाभन के नेतृत्व मे कन्याकुमारी स्थित "विवेकानंद राक मैमोरियल समिति" की स्थापना की। परम पूजनीय श्री गुरु जी ने एक नाथ रानडे को इस कार्य के लिए नियुक्त किया। इन्होने धनराशि एकत्र की औऱ स्वामी विवेकानंद राष्टीय स्मारक का स्वप्न साकार हुआ।

22 अगस्त 1982 को गणेश चतुर्थी के दिन इनका निधन हो गया।

Sunday, November 20, 2016

Ratjage ka Subah ka Geet 'Dudh' in Hindi - एक भरी सरईया दूध की जाये




Marriage song, ratjage ka subah ka geet,(Dudh),(रतजगे का सुबह का गीत)in hindi




* दूध *

एक भरी सरईया दूध की जाये राधा कृष्ण तुम मुख धोय।

कै दूती बोलेगी।।

लाला रिगड़ रिगड़ दाँतुन करो त्यारे होटन पे नागर पान।

कै दूती बोलेगी।।

एक भरी सरईया दूध की जा मे दई देवता तुम मुख धोय।

कै दूती बोलेगी।।

लाला रिगड़ रिगड़ दातुन करो त्यारे होटन पे नागर पान।

कै दूती बोलेगी।।

एक भरी सरईया दूध की जा मे अऊत प्रेत मुख धोय।

कै दूती बोलेगी।।

एक भरी सरईया दूध की जा मे सती सुहागल तुम मुख धोय।

कै दूती बोलेगी।।

एक भरी सरईया दूध की जा मे बाबा ताऊ चाचा तुम मुख धोय।

कै दूती बोलेगी।

'मेरे मान को बढइयो रे' भात का गीत


Read about the song of bhat. Here given some line of Bhaat marriage song 'Mere Maan Ko Badhaiyo Re' in Hindi.
यह गीत बहन अपने बच्चों के विवाह के समय भाई से भात माँगते हुए गाती हैं।



* मेरे मान को बढइयो रे *

मेरे मान को बढइयो रे,मैं नौतन आई भात।

भइया भाभी के से टीका,भइया भाभी के से कुन्डल।

अपनी बहना को ले अइयो रे,मैं नौतन आई भात।

भइया सावन के से मैहा,भइया सावन के से मैहा।

मेरे आँगन मे बरसाइयो रे,मैं नौतन आई भात।

भइया भादो की सी बिजली, मेरी थाली मे चमकाईयो रे।

मैं नौतन आई भात,मेरे...................

( इसी तरह सब के नाम लेते जाओ )

'बहना ठाडी आँगन में' Bhaat ka Geet in Hindi


Read about the song of Bhaat.
Here given some line of bhaat marriage song 'Bahana Thadi Angan Me' in Hindi.
यह गीत बहन अपने बच्चों के विवाह के समय अपने भाई से भात माँगते हुए गाती है।




. *बहना ठाडी आँगन में *

बहना ठाडी आँगन मे,भइया डोले डाँगन मे।

ढूढ़त ढूढ़त तोय नसरीले,छाले पड़ गये पाँवन मे।

मेरी सास को साडी़ लै अईयो,मेरे ससुर को सूट सिलाय लइयो ।

भाभी,सुन रही गोखन मे, काहे कू आई मेरे आँगन मे।

हमरे संइया,भोले भाले, लै मत लइयो बातन मे।

भइया भाभी पराई है,गोत बचाकर आई हैं।

हम, तुम दोनों माँ के जाए,आय मत जइयो बातन मे।

बहना ठाडी़ आँगन मे..................

Saturday, November 19, 2016

रतजगे का सुबह का गीत, पाँच सुपारी - Marriage song Pach Supari in Hindi


Read about the ratjage ka subah ka geet.
Here given some line of 'Pach Supari' namak subah ka geet (Marriage song).
रतजगे का सुबह का गीत हिंदी मे दिया जा रहा हैं।



* पाँच सुपाडी़*

पाँच सुपारी पान को विड़ला तुम राधा कृष्ण नौतो लेओ भले विध आईये।

त्यारे रचो है सेवक घर ब्याह तो लज्जा राखन आईये।

पाँच सुपारी पान को विड़ला तुम दई देवता नौतो लेओ भले विध आइये।

त्यारे रचो है जिजमान घर ब्याह तो पट्टा बैठन आईये।

पाँच सुपारी पान को विड़ला तुम बाबा ताऊ चाचा नौतो लेओ भले विध आइये।

बाबा घुडला दादी पलिकिया बाको छोटो सो सक्षम गोद भले विध आइये।

ताऊ घुडला ताई पलिकिया बाको छोटो सो मीनू गोद भले विध आइये।

पाँच सुपारी पान को वड़ला................

(इसी तरह सभी बच्चों के नाम लेते जाए)

Jachcha Geet 'Tut Gaya Chhappar' in Hindi - जच्चा


Read about the jachcha 'Tut Gaya Chhappar'. Here given some line of jachcha.
बच्चा होने पर जो गीत गाये जाते हैं उन गीतों को जच्चा कहते हैं। नीचे जच्चा हिंदी मे दी जा रही हैं।



*टूट गया छप्पर*

टूट गया छप्पर ,टपक रहा पानी।

जच्चा को जापे की बडी़ परेशानी।

दाई आवे ललना जनाबे।

सासुल आवे चरूये धरावे।

भर भर कटोरा उडे़ल दिया पानी।

जच्चा के जापे की बडी परेशानी।

टूट..........................

(इसी तरह सब के नाम लेते जाये)



Swastik ka Mahatva in Hindi - स्वास्तिक का महत्व



Read about the importance of swastik. Here given some knowledge of swastik.
स्वास्तिक का महत्व हिंदी मे दिया जा रहा हैं।



स्वास्तिक (सतिया) शब्द का जन्म संस्कृत भाषा से हुआ है,जो कि विश्व का प्राचीनतम शुभ चिन्ह माना जाता हैं।पूजा करते समय सीधे हाथ की अनामिका अंगुली से बनाया जाता हैं।
स्वास्तिक परमात्मा के अटल होने का भाव हैं।इसके आगे की ओर निकली या मुडी़ हुई चार ड़डियाँ जो इसके घूमते हुए होने का बोध कराती हैं, वह सूर्य एंव गतिशीलता की परिचायक हैं।चार ड़डियों के बीच बिन्दु लगे हुए हैं ,इस तरह चार लकीरें औऱ चार बिन्दु मिलकर आठ चक्रो के प्रतीक हैं।
स्वास्तिक समृद्धि, सुख एवं वैभव का प्रतीक हैं।
इसलिए किसी भी पूजा या मांगलिक कार्य के समय स्वास्तिक का प्रयोग होता हैं।

Sunday, November 13, 2016

Brani Geet (Babul ka Ghar Chhodkar) in Hindi



Read about the Barni (babul ka ghar chodkar). Here given some line of barni.
(बाबुल का घर छोडकर) बरनी हिंदी मे दी जा रही है।



बाबुल का घर छोड़ कर बरनी हो गयी आज पराई रे।

जिन गलियों मे बचपन बीता खोली आँख जवानी रे।

उन गलियों से किया इशारा घर की उस पटरानी ने।

बाबुल...............................

मइया रोवे, बहना रोवे,रोवे संग सहेली रे।

माँ को जायो बीरन रोवे,छोड़ चली माँ जाई रे।

बाबुल का घर छोड....................

Saturday, November 12, 2016

Barni Geet (Nagar bhayo suno) in Hindi Marriage Song



Read about the barni (Nagar bhayo suno).Here given some line of barni.
विवाह मे गाए जाने वाला गीत हिंदी मे दिया जा रहा हैं।



नगर भयो सब सूनौ लाडो तो मेरी पाहुनिया।

दादी ऐसी पाली के सिर बिच पाहुनिया।

ताई ने ऐसी पाली के सिर बिच पाहुनिया।

बाबा ने ऐसी निकाली के जल ते मछलिया।

ताऊ ने ऐसी निकाली के जल ते मछलिया।

नगर भयो सब...............................

Laxmi Nath Bejbrua ki Jivani in Hindi - लक्ष्मी नाथ बेजबरुआ


Read about Laxmi Nath Bejbarua 's jivan parichay.
Here given some line about Laxmi Nath bejabrua ki jivani.
लक्ष्मी नाथ बेजबरुआ की जीवनी व जीवन परिचय हिंदी मे दिया जा रहा हैं।



लक्ष्मी नाथ बेजबरुआ का जन्म 18नवम्बर 1864ई. को पूर्णिमा के दिन आहत गुरी नामक स्थान पर असम मे हुआ था। इनके पिता का नाम दीनानाथ बेजबरुआ था।वे सरकारी मुंसिफ थे।1886 मे मैट्रिक की परीक्षा पास की,कलकत्ता से इंटरमीडिएट औऱ सिन कालेज कलकत्ता से बी.ए.की परीक्षा पास की तथा वहीं से एम.ए.व कानून की परीक्षा की तैयारी की।
असमिया भाषा को उन्नत बनाने की ललक उनमें बचपन से ही थी।19वीं सदी के अन्त मे वे असमिया भाषा के सबसे बडे साहित्यकार बने।वे प्रसिद्ध लेखक ,संपादक, साहित्यकार व कवि थे।
26मार्च 1938 को डिब्रुगढ़ मे उनका देहांत हो गया।

Friday, November 11, 2016

Barni Geet (Dhire Dhire Chalo) in Hindi - 'धीरे धीरे चलो' बरनी


Read about the lyrics of barni (dhire dhire chalo).This song is sing in marriage.
(धीरे-धीरे चलो मेरी लाडो) बरनी गीत हिंदी मे दी जा रही है।



धीरे-धीरे चलो मेरी लाडो,नजर न लगने पाये, रंग बरसेगो।

बाबा छोडे़,ताऊ छोडे़ ,दादी रोती छोडी़,रंग बरसेगो।

राम लखन से भईया छोडे़,सीता सी भौजाई,रंग बरसेगो।

धीरे धीरे..................................

(इसी तरह सब के नाम लेते जाओ)


Barni Geet (Kisne Bine Phool hai) in Hindi - 'किसने बीने फूल है' बरनी गीत


Read about the barni geet (kisne bine phool).This famous barni mostly sing in hindu family.
'किसने बीने फूल है किसने गूँथी माला' इस बरनी को हिंदी मे दी जा रही है।



किसने बीने फूल है ,किसने गूँथी माला।2

बाबा बीने फूल है,दादी गूँथे माला ।

बरने जी ने प्यार किया औऱ बरनी डाले माला ।

किसने बीने फूल है, किसने गूँथी माला।

पापा बीने फूल है, मम्मी गूँथे माला।

बरने जी ने प्यार किया औऱ बरनी डाले माला।


(इसी तरह सब के नाम लेते जाए)

Thursday, November 10, 2016

Barni Geet (Kisne Goi Ri Lado Teri Choti) in Hindi - बरनी (किन्ने गोई री लाडो़ तेरी चोटी)


Read about the song (Kisne goi ri lado teri choti). This is famous barni geet in hindi.
(किसने गोई री लाडो़ तेरी चोटी) नामक बरनी हिंदी मे प्रस्तुत हैं।


किननै गोई री लाडो़ तेरी चोटी।

बरनी की दादी बडी रे होशियार।

बरनी की ताई बडी़ रे होशियार।

उन्ने गोई री लाडो़ तेरी चोटी।

उन्ने गोई री लाडो़ तेरी चोटी।


(इसी तरह सबके नाम लेते जाओ)

Barni Geet (Nal Pe Na Khelo) in Hindi - बरनी गीत (नल पे न खेलो)

Read about the famous Barni geet (Nal pe na khelo ladali ). This song sings in the marriage of girl.
नल पे न खेलो लाडली - बरनी गीत हिंदी मे दी जा रही हैं।


नल पे न खेलो लाड़ली पोशाक भीगेगी।

टीका तुम्हारा लाख का किलफें हजार की

झूमर की कीमत क्या कहूँ बेटी नवाव की।

नल पे न खेलो.........................

Barni Geet (Ek Pardesi Meri) in Hindi - बरनी गीत (एक परदेशी मेरी)


Read about some lines of Barni - Ek Pardesi Meri barni le gaya.
This song sings in the marriage of girl. Hindu family's sing marriage song very joyfully.
बेटी की शादी मे गाए जाने वाले गीतों को बरनी कहते हैं। (एक परदेशी मेरी) नामक गीत प्रस्तुत हैं।

* एक परदेशी मेरी *

एक परदेशी मेरी बरनी ले गया।
जाते जाते अँखियों मे आँसू दे गया।
हाय कौन से पूछे वो बरनी ले गया।
कौन की अँखियों में आँसू दे गया।
बाबा से पूछ वो बरनी ले गया ।
दादी की अँखियों में आँसू दे गया।

एक............................

( इसी तरह सबके नाम लेते जाओ )

Tuesday, November 8, 2016

Kartik Mas ka Nahane ka Najan - कार्तिक मास का नहाने का भजन

Read about the Kartik Nahane ka Bajan. Here given some lines of Mas Kartik nahane ka bajan.
कार्तिक नहाने का भजन हिंदी मे दिया जा रहा हैं।


दीजै-दीजै मेरे जा ठाकुर की फेरी
फेरी देत महाफल होवे,कट जाए जम की बैडी़।
दीजै-दीजै मेरे जा ठाकुर की फेरी।
रथ ठाडौ़ रहियो रे,बंसी के बजैया,रथ ठाडौ़ रहिये।
कहाँ गई गोपी, कहाँ गये ग्वाले,कहाँ गये बंसी के बजामन हार।
भज गई गोपी, भज गये ग्वाल,बंसी के बजैया गये ससुराल।
रथ ठाडौ़ रहियो रे,बंसी के बजैया।
पीसे कटें मेरी बलाय ,मेरे घर आये कृष्ण मुरार।
छाने फलकें मेरी बलाय,मैंने पाये कृष्ण मुरार।

Kartik ki Kahani in Hindi - कार्तिक मास की कहानी


Read about the story of Kartik Month. Here is given importance of Kartik month.
कार्तिक मास की कहानी नीचे हिंदी मे दी जा रही हैं।


एक सास थी औऱ एक बहु थी।सास कार्तिक नहाती बारह कोस आती औऱ बारह कोस जाती।बहु जो थी कठडिया मे पानी डालकर कहती मन चंगा तो कठोती मे गंगा।वही गंगा जी आ जाती औऱ बहु नहा लेती।एक दिन सास की नथ गंगा जी मे रह गयी।सास घर आकर उदास होकर बैठ गयी।बहु बोली माँ जी उदास क्यों बैठी हो सास बोली मेरी नथ गंगा जी मे बह गयी हैं।बहु बोली नथ तो मेरे पास हैं।सास बोली तेरे पास कहाँ से आया?बहु बोली तुम तो बारह कोस आती हो बारह कोस जाती हो।मैं कठडे़ मे पानी डालकर कह देती हूँ कि मन चंगा तो कठोती मे गंगा औऱ गंगा जी यहाँ आ जाती हैं।उसी मे तुम्हारी नथ आ गयी सो मैंने ले ली ।
जैसी सास को आई वैसी किसी को न आए,जैसी बहु को आई वैसी सबको आए।