Read about some line on Pt. Dindayal Upadhyay Eassy in hindi for education. Given here a short notes about Pt.Dindayal upadhyay par Nibandh / Jivan Parichay in Hindi. पं.दीनदयाल उपाध्याय का जीवन परिचय हिंदी भाषा में दिया गया हैं।
पं.दीनदयाल उपाध्याय का जन्म अश्विन कृष्ण 13संवत् 1973 अर्थात 25 सितम्बर सन् 1916 को मथुरा जिले के चन्द्र भान नगला गांव मे हुआ था। बचपन में ही माँ-बाप का साया उनके सिर पर से उठ गया था परन्तु वे बड़े परिश्रमी औऱ मेधावी थे।उन्होंने बोर्ड औऱ विश्वविद्यालय की परिक्षाओं में सवोत्तम अंक प्राप्त किये औऱ पढने-लिखने के बाद नौकरी न करके अपने को राष्ट्र सेवा में लगा दिया।उन्होंने विवाह भी नहीं किया।वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक हो गये औऱ बाद में वे जनसंघ के मंत्री औऱ फिर अध्यक्ष भी बने।
वे अत्यंत विनयशील औऱ राष्ट्र को समर्पित व्यक्ति थे। उनके प्रभाव से भयभीत होकर राष्ट्र द्रोहियों ने उनकी हत्या कर दी।
पं.दीनदयाल उपाध्याय आधुनिक युग के एक कर्मयोगी थे।वे प्रति क्षण अपने राष्ट्र के लिए कार्य करते थे।वे इतनी सादगी से रहते थे कि उनके बडे होने का अनुमान भी नहीं लगा सकता था।एक जोड़ी कपडे ही उनके लिए बहुत थे।राम में वे अपने कपडे स्वयं धोते थे।
उन्होंने देश विदेश की यात्रा भी की।वहाँ उन्होंने भारतीय अर्थशास्त्र की व्याख्या की औऱ"एकात्म मानववाद"के सिद्धांत की स्थापना की। उनके जन्म स्थान का नाम अब दीन दयाल धाम के नाम से जाना जाता हैं।वहाँ उनकी स्मृति में प्रतिवर्ष मेला लगता हैं।