Read about the Dev uthane ka Bhajan. Here given some line of Dev uthane ka bajan.
देव उठाने का भजन की कुछ पंक्तियाँ दी जा रही हैं।
उठो देवा जागो रे देवा ,
चारों मास बराबर सोये --2
सावन सोये, भादौ सोये,
कार्तिक सोये ,
चारों मास बराबर सोये --2
आरे मूसे डाव कटा कटा कट ,
बान बुन बान बुनाय खाट,
बुनाय खाट बुलाय वामन दीजे,
वामन को दीजे कहाँ होय -2
कहा होय वामन को दीजे ,
. सदा पुण्य होय सदा फल होय।।